आगरा में आज है 'राणा सांगा जयंती' का आयोजन, विवादित बयान के बाद आगरा में शांति बनाए रखने के लिए बढ़ाई सुरक्षा।

आगरा के गढ़ी रामी गांव में आज वीर योद्धा राणा सांगा की जयंती बड़े धूमधाम से मनाई जा रही है। इस मौके पर करणी सेना ने 'रक्त स्वाभिमान सम्मेलन' का आयोजन किया है, जिसमें देशभर से करीब 3 लाख क्षत्रियों के शामिल होने का दावा किया जा रहा है। यह विशाल रैली दोपहर 1:15 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक चलेगी। राणा सांगा की जयंती उनके साहस, वीरता और स्वाभिमान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए मनाई जा रही है। हालांकि, इस जयंती आयोजन के बीच हाल ही में समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन द्वारा राणा सांगा को 'गद्दार' कहे जाने पर विवाद बढ़ गया था। उनके इस बयान से क्षत्रिय समाज में गहरी नाराजगी फैल गई और करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने सुमन के घर पर हमला कर दिया था। इस विवाद को देखते हुए प्रशासन ने पूरी आगरा में सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया है। शहर में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इस संवेदनशील माहौल में सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए गए हैं ताकि कार्यक्रम शांति से संपन्न हो सके।
कौन थे राणा सांगा?
राणा सांगा ने 1509 से 1528 तक मेवाड़ पर शासन किया। वे अपनी वीरता, उदारता और राजपूत एकता के लिए प्रसिद्ध थे। राणा सांगा ने दिल्ली, गुजरात, और मालवा के सुल्तानों के खिलाफ कई युद्ध लड़े। उन्होंने 1527 ई. में बाबर के खिलाफ खानवा का युद्ध लड़ा था। इस युद्ध में वे घायल हो गए और बाद में 1528 में उनकी मौत हो गई। उनकी वीरता ने महाराणा प्रताप जैसे योद्धाओं को प्रेरित किया।
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