गीता जयंती 2024: जानें इस दिन के महत्व और लाभकारी कार्य।

जयंती 11 दिसंबर को है। यह दिन विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि इसे वही दिन माना जाता है जब भगवान श्री कृष्ण ने कुरुक्षेत्र के युद्ध भूमि पर अर्जुन को भगवद गीता का उपदेश दिया था। गीता जयंती का पर्व मोक्षदा एकादशी के रूप में भी मनाया जाता है, और इस दिन व्रत करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि इस दिन भगवान कृष्ण का ध्यान और गीता के श्लोकों का पाठ करने से व्यक्ति के जीवन में शांति, समृद्धि और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
गीता जयंती के दिन लाभकारी कार्य:
1. भगवद गीता का पाठ : गीता जयंती के दिन भगवद गीता का नियमित पाठ करना शुभ माना जाता है। इससे व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं।
2. व्रत रखना: इस दिन व्रत रखने से पापों का नाश होता है और पुण्य की प्राप्ति होती है।
3. दान-पुण्य : इस दिन गरीबों को दान देना और जरूरतमंदों की मदद करना बहुत लाभकारी माना जाता है।
4. मंत्र जप : भगवान कृष्ण के मंत्रों का जप भी इस दिन अत्यधिक फलदायक होता है। विशेष रूप से "ॐ नमो भगवते वासुदेवाय" मंत्र का जाप करना उत्तम माना जाता है।
5. ध्यान और पूजा : इस दिन भगवान कृष्ण की पूजा और ध्यान करने से मानसिक शांति और जीवन में सफलता मिलती है। गीता जयंती का यह दिन हमारे जीवन को दिशा देने के साथ-साथ हमें आत्मज्ञान की प्राप्ति का मार्ग भी दिखाता है।
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