मुंशी प्रेमचंद एक प्रसिद्ध लेखक थे। उनका असली नाम धनपत राय श्रीवास्तव था।

मुंशी प्रेमचंद का जन्म 31 जुलाई 1880 को उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में हुआ।

उनकी प्रसिद्ध रचनाओं में से 'गोदान' बहुत प्रसिद्ध हुई थी जिसने इतिहास बना डाला था।

मुंशी प्रेमचंद के उपन्यास बहुत वृहद होते हैं इसलिए उन्हें सम्राट कहा जाता है। उन्होंने 14 उपन्यास और 250 से 300 तक कहानियाँ व निबंध लिखे हैं।

मुंशी प्रेमचंद जी ने कई विदेशी रचनाओं का हिंदी भाषा में भी अनुवाद किया है। उनकी रूचि बचपन से ही किताबों में थी।

उन्होंने वाराणसी से सरस्वती नामक एक प्रेस चलाया था। “बड़े घर की बेटी” मुंशी प्रेमचंद की पहली कहानी थी जो 1910 में सरस्वती पत्रिका में प्रकाशित हुई थी।

उन्होंने सेवासदन, प्रेमाश्रम, रंगभूमि, निर्मला, गबन, कर्मभूमि, गोदान आदि लगभग डेढ़ दर्जन उपन्यास और तीन सौ से अधिक कहानियाँ लिखीं।