म्यांमार और थाईलैंड में भूकंप के बाद इमरजेंसी, पीएम मोदी ने भारत से मदद का किया ऐलान।

म्यांमार में शुक्रवार, 28 मार्च 2025 को एक तेज भूकंप आया, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.2 मापी गई। भूकंप के कारण म्यांमार में भारी तबाही मच गई, और पूरे देश में हड़कंप मच गया। इस भूकंप का असर भारत और अन्य पड़ोसी देशों में भी महसूस किया गया। भूकंप के बाद म्यांमार की सरकार ने इमरजेंसी घोषित कर दी है और राहत कार्य शुरू कर दिए हैं। भूकंप के कारण म्यांमार में कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं, और लोग अपनी जान बचाने के लिए इमारतों से बाहर भागने लगे। बैंकॉक, जो म्यांमार से नजदीक है, में भी भूकंप के प्रभाव से ट्रेन सेवा सस्पेंड कर दी गई और एयरपोर्ट बंद कर दिए गए। इस भूकंप के कारण यात्री परिवहन में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हालांकि, राहत टीमों को घटनास्थल पर भेजा गया है, और सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों में तुरंत राहत कार्यों के लिए कदम उठाए हैं। भूकंप के कारण म्यांमार के कई क्षेत्रों में बिजली सप्लाई भी ठप हो गई, और फोन नेटवर्क भी प्रभावित हुए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘म्यांमार और थाईलैंड में भूकंप के मद्देनजर पैदा हुई स्थिति से चिंतित हूं। सभी की सुरक्षा और भलाई के लिए प्रार्थना करता हूं। भारत हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने म्यांमार और थाईलैंड में आए भूकंप के बाद भारतीय अधिकारियों को तैयार रहने का निर्देश दिया है। उन्होंने विदेश मंत्रालय से म्यांमार और थाईलैंड की सरकारों के संपर्क में रहने को भी कहा है। इसके साथ ही भारतीय वायुसेना का C-17 ग्लोबमास्टर विमान दोनों देशों के भूकंप पीड़ितों के लिए स्टैंडबाय पर रखा गया है। यह विमान उपकरण और राहत टीम भेजने के लिए अंतिम आदेश का इंतजार कर रहा है।
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